पूरे तन-मन में जैस श्रृंगार से लिपटी लरजिश की अकल्पित भावना दौड़ी हो! पूरे तन-मन में जैस श्रृंगार से लिपटी लरजिश की अकल्पित भावना दौड़ी हो!
कैसे चीन्हेंगे अब राधा को, सोच रहे कुंजबिहारी! कैसे चीन्हेंगे अब राधा को, सोच रहे कुंजबिहारी!
पत्तियों की सरसराहट वन में पंछियों के साथ मिलकर गाती सन्नाटा रात का दूर भगाकर दिलों में अपनी जगह ... पत्तियों की सरसराहट वन में पंछियों के साथ मिलकर गाती सन्नाटा रात का दूर भगाकर ...
इस कथा में आत्मा बसी जहान की क्यों राम जी से दूर जा रही है जानकी। इस कथा में आत्मा बसी जहान की क्यों राम जी से दूर जा रही है जानकी।
कमल दल खिलने से प्रफुल्लित धरा हुई नवजीवन का राग छेड़ने भोर हुई। कमल दल खिलने से प्रफुल्लित धरा हुई नवजीवन का राग छेड़ने भोर हुई।
सब जन हुए वहीं एकत्रित जहां हुआ था मनमोहक शोर। सब जन हुए वहीं एकत्रित जहां हुआ था मनमोहक शोर।